वर्ष 2010 में रांची में नौवें भारतीय प्रबंध संस्थान की स्थापना की गई थी। इसे भारतीय प्रबंध संस्थान कलकत्ता और झारखंड सरकार के व्यापक सहयोग के साथ स्थापित किया गया, जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के मार्गदर्शन में कार्यरत है।
हमने ऐसे समय में इसकी शुरुआत की जब किसी भी तरह से प्रतियोगिता, आक्रामकता और परिणामों की उपलब्धि पर जोर देने के लिए प्रबंधन शिक्षा जगत की आलोचना की जा रही थी। इसमें सबसे बड़ी चुनौती शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के आगमन से शासित युग में कक्षा-शिक्षण की आभा और विशिष्टता को पुनर्जीवित करना था। उस समय प्रबंधन विद्यार्थियों को रोजगार देने वाली फर्मों की आवश्यकताओं को पूरा करने के संदर्भ में एक स्पष्ट शून्य था।
भारतीय प्रबंध संस्थान रांची आईआईएम परिवार का नौवां सदस्य है। भारत सरकार द्वारा दिसंबर 2009 में स्थापित इस संस्थान में, हमने 'पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट' में 44 विद्यार्थियों के साथ एक मामूली शुरुआत की थी। हालांकि, भारत सरकार, झारखंड सरकार, आईआईएम कलकत्ता के संरक्षण और आईआईएम रांची के शासी परिषद के रणनीतिक मार्गदर्शन के सक्रिय सहयोग के साथ, हम विभिन्न कार्यक्रमों में 500 विद्यार्थियों की संयुक्त संख्या के साथ सबसे तेजी से प्रगति करनेवाले आईआईएम के रूप में उभरे हैं।
हमारी इच्छा भारतीय प्रबंध संस्थान रांची को शिक्षण उत्कृष्टता और विचारशील लीडरशिप के माध्यम से अगले 10 वर्षों के भीतर एशियाई क्षेत्र के शीर्ष 10 प्रबंधन संस्थानों में से एक के रूप में विकसित करने की हैं। आईआईएम रांची में हम पूर्वी ज्ञान और पश्चिमी प्रक्रियाओं के संलयन के माध्यम से विचार नेतृत्व प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं एवं अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो सख्त और प्रासंगिक दोनों हैं।